किसानों को समयबद्ध लाभ दिलाने पर ज़ोर
राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष डॉ. सीआर चौधरी ने बीकानेर में कृषि और उद्यानिकी विभाग की बैठक ली, जिसमें किसानों की आय बढ़ाने और योजनाओं का समयबद्ध लाभ देने पर जोर दिया गया।
राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष डॉ. सीआर चौधरी की अध्यक्षता में विभागीय बैठक
बीकानेर। राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष डॉ. सीआर चौधरी ने रविवार को सर्किट हाउस में कृषि, उद्यानिकी और कृषि से सम्बद्ध विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि और उन्हें समयबद्ध योजनाओं का लाभ पहुँचाना था। डॉ. चौधरी ने कहा कि राज्य में कृषि, उद्यानिकी और पशुपालन के क्षेत्र में समन्वित कृषि प्रणाली अपनाने से ही किसानों की आय दोगुनी की जा सकती है।
कृषि और उद्यानिकी योजनाओं की प्रगति पर चर्चा
डॉ. चौधरी ने उद्यानिकी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि किसानों को समयबद्ध कार्यक्रम के अनुसार कृषि-उद्यान विभागीय योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे फल बागीचा स्थापना, अनार और खजूर की खेती, पीएम कुसुम सोलर पम्प स्कीम, और संरक्षित खेती पॉली हाउस योजना जैसे कार्यक्रमों की प्रगति को सुनिश्चित किया जाए।
योजना | विवरण | लक्ष्य |
---|---|---|
फल बागीचा स्थापना | अनार और खजूर की खेती को बढ़ावा | किसानों की आय में वृद्धि |
पीएम कुसुम सोलर पम्प स्कीम | सोलर पम्प से सिंचाई में मदद | ऊर्जा बचत और पर्यावरण सुरक्षा |
संरक्षित खेती पॉली हाउस | उच्च गुणवत्ता वाली सब्जियों की खेती | उत्पादन में वृद्धि |
डिग्गी निर्माण और फसल बीमा योजना पर जोर
बैठक में डॉ. चौधरी ने डिग्गी निर्माण के लिए शेष रही पत्रावलियों के शीघ्र भुगतान के निर्देश दिए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन में भी सुधार के सुझाव दिए गए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसानों को योजनाओं का लाभ पूरी पारदर्शिता और समय पर मिलना चाहिए, ताकि उनका विश्वास सरकार पर बना रहे।
कृषि और उद्यानिकी विभाग के समन्वय की आवश्यकता
डॉ. चौधरी ने बैठक में बताया कि किसानों की आय में वृद्धि के लिए कृषि और उद्यानिकी विभाग को मिलकर काम करना होगा। दोनों विभागों के बीच बेहतर समन्वय से ही किसानों को लाभ मिल सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि योजनाओं की जानकारी किसानों तक पहुँचाने के लिए गांवों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
डॉ. चौधरी की यह बैठक राज्य में कृषि और उद्यानिकी क्षेत्र में सुधार लाने के उद्देश्य से की गई थी। उनकी यह पहल न केवल किसानों की आय में वृद्धि करेगी, बल्कि राज्य के समग्र आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। कृषि और उद्यानिकी क्षेत्र में चल रही योजनाओं का समयबद्ध लाभ दिलाना ही इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था।